सानिया ने 42वां डबल्स खिताब जीता, नादिया के साथ होबार्ट इंटरनेशनल टूर्नामेंट के फाइनल में चीनी जोड़ी को हराया

खेल डेस्क. टेनिस कोर्ट पर 2 साल बाद लौटीं सानिया मिर्जा ने शनिवार को होबार्ट इंटरनेशनल टेनिस टूर्नामेंट का डबल्स खिताब जीत लिया। सानिया ने यूक्रेन की नादिया किचेनॉक के साथ चीन की जैंग और पैंग शुआई को 6-4, 6-4 से हराया। यह मुकाबला एक घंटा और 21 मिनट तक चला। सानिया के करियर का यह 42वां डब्ल्यूटीए डबल्स खिताब है। उन्होंने पहला खिताब 2007 में अमेरिकी पार्टनर बैथनी माटेक-सेंड्स के साथ ब्रिस्बेन इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीता था।


सानिया-नादिया की जोड़ी को प्राइज मनी के तौर पर 9.65 लाख रुपए मिले। इस जीत के साथ ही उन्हें 280 रैंकिंग पॉइंट का भी फायदा हुआ। उन्होंने इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले में स्लोवेनिया की तमारा जिदानसेक और चेक गणराज्य की मैरी बूजकोवा की जोड़ी को सीधे सेटों में 7-6 (3), 6-2 से हराया था।


सानिया ऑस्ट्रेलिया ओपन खेलेंगी
सानिया इसी महीने होने वाले साल के पहले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन में अमेरिका के राजीव राम के साथ मिक्स्ड डबल्स में भी हिस्सा लेंगी। यह टूर्नामेंट 20 जनवरी से 2 फरवरी के बीच मेलबर्न में खेला जाएगा। दिसंबर में सानिया को भारत की फेड कप टीम में शामिल किया गया था। यह टूर्नामेंट अप्रैल महीने में हंगरी में खेला जाएगा। सानिया ने पिछली बार 2016 में फेड कप खेला था।


सानिया ने अक्टूबर 2017 में पिछला टूर्नामेंट खेला था


छह बार की ग्रैंड स्लैम विजेता सानिया 91 हफ्तों तक डबल्स रैंकिंग में नंबर-1 खिलाड़ी रहीं हैं। उन्होंने आखिरी टूर्नामेंट 2017 में खेला था। तब वे चाइना ओपन के सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो गईं थीं। इस भारतीय खिलाड़ी की सर्वश्रेष्ठ सिंगल रैंकिंग 27 है, जो उन्होंने 2007 में हासिल की थी। उनका निकाह 12 अप्रैल 2010 को हैदराबाद में पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से हुआ था। अक्टूबर 2018 में सानिया ने बेटे इजहान को जन्म दिया था। इसके बाद से ही वे टेनिस कोर्ट से दूर थीं।